शरबत का समृद्ध इतिहास और विविधताए: श्री योगी शरबतवाला के साथ एक ताजगी भरी यात्रा
शरबत, जो नींबू, शक्कर या गुड़ से बनाया जाता है, ठंडे पेयों के लोकप्रिय होने के बावजूद भारत में अब भी पसंद किया जाता है। इसे घरों, शादियों और होटलों में मेहमानों को स्वागत पेय के रूप में परोसा जाता है। श्री योगी शरबतवाला एक प्रसिद्ध दुकान है जो प्रीमियम शरबत की विविधता प्रदान करती है। उनकी पेशकश को आप yogisarbat.com पर देख सकते हैं।
याद कीजिए जब आप चीनी या गुड़ में नींबू मिलाकर शरबत बनाते थे और गर्मी में अपनी प्यास बुझाते थे। फिर आया कोल्ड्रिंक्स का दौर, जो बहुत जल्दी प्रसिद्ध हो गया। कोल्ड्रिंक्स की लोकप्रियता होने के बावजूद आज भी बहुत से लोग शरबत पीना और पिलाना पसंद करते हैं। आज भारत में शरबत इतना प्रसिद्ध है कि जब भी हमारे घर कोई मेहमान आता है, तो हम उनका स्वागत शरबत से करते हैं। शादियों और होटलों में भी इसे वेलकम ड्रिंक के रूप में परोसा जाता है। शरबत की लोकप्रियता के कारण आजकल शरबत की कई दुकानें खुल गई हैं, और एक प्रमुख नाम इस क्षेत्र में Shree Yogi Sarbatwala है, जो अपनी प्रीमियम शरबत सर्विंग्स के लिए जाना जाता है। आप उनकी वेबसाइट https://yogisarbat.com पर जाकर उनकी शरबत की विविधता देख सकते हैं।
यह ब्लॉग इसी विषय पर है। यहां हम जानेंगे कि शरबत शब्द किस भाषा का है, यह कहां से आया, इसे हिंदी में क्या कहते हैं, भारत में शरबत का आगमन कैसे हुआ, और शरबत को किस-किस नाम से जाना जाता है। आइए इस विषय पर विस्तार से जानते हैं।
सामग्री सूची
- शरबत का इतिहास
- शरबत की श्रेणियां
- प्रीमियम नेचुरल शरबत सिरप
- केसर का शरबत क्या है?
- ठंडाई क्या है?
- अंजीर शरबत और इसके फायदे
- प्रसिद्ध प्रीमियम शरबत सिरप
- फ्रूट क्रश और नेचुरल शरबत सिरप
- प्रसिद्ध फ्रूट क्रश नाम
- फ्लेवर्ड मिल्क शरबत सिरप
शरबत का इतिहास
शरबत सिरप क्या है?
शरबत सिरप वह घना पेय है जो फल के रस, ड्राई फ्रूट्स, जड़ी-बूटियां, फूलों की पंखुड़ियां या सुगंधित वस्तुओं को चीनी और पानी के साथ मिलाकर तैयार किया जाता है। इस सिरप को दूध, पानी या सोडा के साथ मिलाकर आमतौर पर ठंडा करके परोसा जाता है।
शरबत किस भाषा का शब्द है और इसे हिंदी में क्या कहते हैं?
शरबत शब्द फारसी भाषा से आया है। यह तुर्की के ‘şerbet’ शब्द से लिया गया है, जिसका मतलब होता है ‘पीने योग्य पदार्थ’। कुछ लोग इसे अरबी शब्द ‘Shariba’ से भी जोड़ते हैं। प्राचीन भारत में शरबत को “पनाका” कहा जाता था। अर्थशास्त्र में इसे “मधूपराका” के नाम से जाना जाता था। यही ईसका हिन्दी नाम भी माना जाता है। शरबत, शोरबेट, शेरबेटया सहर्बत के रूप मे ही माना जाता है।
भारत में शरबत का आगमन
शरबत भारत में मुगलों द्वारा 16वीं शताबदी में लाया गया था। मुगल काल में शरबत के कई रूप विकसित हुए थे, जिनमें सम्राटों के लिए खुशबूदार शरबत तैयार किए जाते थे। यह भी कहा जाता है कि गुलाब का शरबत, जो हम आज पीते हैं, उसकी शुरुआत जहांगीर की पत्नी नूरजहां ने की थी। वह रोज़ फालूदा मिलाकर शरबत बनाती थीं। फारसी परिवार ‘शिकाज़बीन’ पानी और बर्फ को मिलाकर शरबत बनाते थे, जिसे आजकल हम शिकंजी के रूप में जानते हैं।
शरबत की श्रेणियां
आजकल उद्योगिक क्रांति के दौर में शरबत की कई प्रकार की श्रेणियां उपलब्ध हैं, जिनकी सूची बहुत लंबी हो चुकी है। अब हम इन्हें फल का रस, ड्राई-फ्रूट शरबत, फ्रूट क्रश, स्क्वाश कॉर्डियल, शरबत सिरप, कॉकटेल, मॉकटेल जैसे कई नामों से जानते हैं। इन सभी नामों से यह समझा जा सकता है कि यह शरबत किस तरह के अवयवों से तैयार किया गया है और यह हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद है।
प्रीमियम नेचुरल शरबत सिरप
प्रीमियम नेचुरल शरबत सिरप वह सिरप होता है, जिसे चीनी, पानी, केसर, बादाम, पिस्ता, अंजीर जैसे ड्राईफ्रूट्स मिलाकर घना किया जाता है। इन प्राकृतिक अवयवों और महंगे ड्राईफ्रूट्स के कारण इसे प्रीमियम शरबत या नेचुरल शरबत कहा जाता है। आजकल बाज़ार में कई प्रकार के नेचुरल शरबत सिरप उपलब्ध हैं। कुछ प्रसिद्ध शरबत और उनके फायदे के बारे में हम जानेंगे। आप इन्हें Shree Yogi Sarbatwala से भी प्राप्त कर सकते हैं। उनके शरबत की क्वालिटी और स्वाद आपको एक अलग अनुभव प्रदान करेंगे।
केसर का शरबत क्या है?
केसर शरबत चीनी, पानी और केसर मिलाकर घना शरबत तैयार किया जाता है। इसे दूध के साथ मिलाकर परोसा जाता है। आजकल बाजार में कई प्रकार के केसर शरबत सिरप उपलब्ध हैं, जैसे कश्मीरी केसर शरबत सिरप, रियल केसर शरबत, केसर इलायची शरबत सिरप, केसर कढ़ेला शरबत सिरप आदि। इनमें से कुछ शरबत सुगंधित वस्तुओं से बनाए जाते हैं, इसलिए यह जानना जरूरी है कि यह शरबत प्राकृतिक केसर से बना है या सुगंधित रसायनों से।
केसर के फायदे
आयुर्वेद में केसर का बहुत महत्व है। इसके तीन प्रकार होते हैं, और कश्मीरी केसर को सबसे उत्तम माना जाता है। कश्मीरी केसर लाल रंग का होता है और इसमें कमल जैसी खुशबू होती है। केसर में अमीनो एसिड होता है, जो शारीरिक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। इसमें ‘क्रोसिन’ नामक तत्व होता है, जो यौन उत्तेजना को बढ़ाता है। दूध में केसर मिलाकर पीने से हार्मोनल संतुलन बनता है और मूड में भी बदलाव आता है। केसर शरबत, मिल्कशेक, फ्लेवर्ड मिल्क, फालूदा, आइस क्रीम, और टॉपिंग के रूप में उपयोग किया जाता है।
ठंडाई क्या है?
ठंडाई शरबत चीनी, पानी, केसर, बादाम, तरबूज के बीज, काली मिर्च, सोफ़, इलायची और खस-खस जैसी वस्तुओं को मिलाकर तैयार किया जाता है। इसे दूध के साथ मिलाकर ठंडा किया जाता है। गर्मी के दिनों में ठंडाई बहुत लोकप्रिय होती है। यह स्वाद में स्वादिष्ट और सेहत के लिए फायदेमंद होती है।
ठंडाई के फायदे
ठंडाई में मिला केसर एंटी-डिप्रेशन और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। बादाम, तरबूज के बीज और काली मिर्च शरीर को ऊर्जा देते हैं, जबकि सोफ़ पाचन क्रिया को मजबूत करता है और पेट को ठंडा रखता है। खस-खस में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम और मिनरल्स होते हैं, जो पेट की जलन और कब्ज को दूर करने में मदद करते हैं।
भारत में ठंडाई खासकर शिवरात्रि और होली के त्योहारों में बहुत पी जाती है। शिवरात्रि में इसे दूध में मिलाकर महाप्रसाद के रूप में भी परोसा जाता है।
अंजीर शरबत सिरप क्या है?
अंजीर शरबत चीनी, पानी और अंजीर को पीसकर तैयार किया जाता है। इसे दूध में मिलाकर परोसा जाता है। अंजीर शरबत अब मिल्कशेक, फ्लेवर्ड मिल्क, आइस क्रीम, और टॉपिंग के रूप में भी उपयोग होता है।
अंजीर के फायदे
अंजीर में कैल्शियम, विटामिन A, B, C और पोटैशियम अच्छी मात्रा में होते हैं, जो रक्तचाप और रक्त संचार को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। रात में सोने से पहले अंजीर वाला दूध पीने से इम्यूनिटी बढ़ती है और शरीर को कई फायदे मिलते हैं।
प्रसिद्ध प्रीमियम शरबत सिरप
आजकल आप किसी भी ड्राईफ्रूट से बने शरबत का आनंद ले सकते हैं, लेकिन कुछ शरबत ऐसे हैं जो अधिक लोकप्रिय हैं। इनमें कश्मीरी केसर शरबत सिरप, रियल केसर शरबत, पिस्ता शरबत, ठंडाई, ड्राई फ्रूट शरबत, अंजीर शरबत, राजभोग शरबत, गुलकंद शरबत प्रमुख हैं। आप इन शरबतों का स्वाद Shree Yogi Sarbatwala के साथ ले सकते हैं, जहां आपको बेहतरीन गुणवत्ता वाले शरबत मिलते हैं।
फ्रूट क्रश और स्क्वाश
फ्रूट क्रश और स्क्वाश फल, फूलों या जड़ी-बूटियों का रस निकालकर चीनी और पानी के साथ मिलाकर तैयार किए जाते हैं। इनमें 25% से 50% तक रस होता है।
फ्लेवर्ड मिल्क शरबत सिरप
यह सिरप चीनी, पानी और सुगंधित पदार्थों से तैयार किए जाते हैं। इन्हें पानी, सोडा या दूध के साथ मिलाकर परोसा जाता है। 18वीं सदी में कोल्ड ड्रिंक्स का आविष्कार हुआ था, और देखते ही देखते यह पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो गया। लेकिन एशिया और गल्फ देशों में शरबत अभी भी पसंद किया जाता है, विशेष रूप से गर्मी और रमजान के मौसम में।
पहले समय में शरबत के प्रकार सीमित थे जैसे गुड़ का शरबत, कच्चे आम का शरबत, चंदन का शरबत, गुलाब का शरबत आदि। लेकिन अब शरबत के स्वादों की सूची बहुत बढ़ चुकी है और अब आपको गुलाब का शरबत, पिस्ता शरबत, चॉकलेट शरबत, बटर स्कॉच आदि मिलते हैं।
आज भी शरबत अपनी ताजगी और स्वास्थ्य लाभ के कारण लोगों के बीच प्रिय है, और यह भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा बना हुआ है, खासकर मेहमानों का स्वागत करने और त्योहारों के दौरान। Shree Yogi Sarbatwala का शरबत आपकी प्यास को सिर्फ बुझाता ही नहीं, बल्कि एक अद्भुत स्वाद का अनुभव भी प्रदान करता है। अधिक जानकारी के लिए उनकी वेबसाइट https://yogisarbat.com पर जाएं।